हौज़ा न्यूज़ एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, जश्ने मोलूदे काबा के अवसर पर हुसैनिया बाल्टिस्तान क़ुम में एक भव्य समारोह का आयोजन किया गया।
समारोह को संबोधित करते हुए मजलिस-ए-वाहद-ए-मुस्लेमीन पाकिस्तान के प्रांतीय नेता अल्लामा डॉ. मुश्ताक हुसैन हकीमी ने कहा कि आज हमें हजरत आली मुर्तजा की शिक्षाओं का पालन करने की आवश्यकता है ताकि मुसलमानों और इस्लाम के खिलाफ साजिशों को पूरी तरह से खत्म किया जा सके।
उन्होंने कहा कि इमाम अली (अ.स.) पूरे ब्रह्मांड के लिए एक आदर्श है। यदि किसी ने इस पर अमल किया तो वह सफल हो गया और जिसने इससे मुह मोडा वह फना (भस्म) हो गया। हज़रत अली (अ.स.) की महानता और स्थिति का सबसे चमकदार पहलू इस्लाम और पवित्र पैगंबर के लिए प्यार है।
अंत में, उन्होंने कहा कि अमीरुल मोमेनीन (अ.स.) देश और लोगों से अवगत थे विशेष रूप से अनाथों, विधवाओं, गरीबों और जरूरतमंदों की स्थिति से अवगत थे, यहां तक कि एक क्षण के लिए भी अज्ञात नही होते थे। साथ साथ कभी अपनी हकूमत के कारिंदो और इस्लामी उम्मत को सीख देने के लिए एक साधारण व्यक्ति की भांति काम किया करते थे।